Tatkal Ticket New Rules: रेलवे का बड़ा फैसला ! तत्काल टिकट के नियमो में किया 7 बड़े बदलाव

Tatkal Ticket New Rules

Tatkal Ticket New Rules: रेलवे का बड़ा फैसला ! तत्काल टिकट के नियमो में किया 7 बड़े बदलाव

भारतीय रेलवे ने सितंबर 2025 में Tatkal टिकट बुकिंग के नियमों में 7 बड़े बदलाव किए हैं। इनका उद्देश्य बुकिंग को पारदर्शी, सुरक्षित और ईमानदार यात्रियों के लिए उपलब्ध बनाना है। नए नियम मुख्य रूप से आधार वेरिफिकेशन, एजेंटों की भूमिका पर रोक, और फर्जीवाड़ा रोकने की पहल पर केंद्रित हैं.

Tatkal टिकट बुकिंग के 7 मुख्य बदलाव

आधार अनिवार्य: 1 अक्टूबर 2025 से Tatkal टिकट की ऑनलाइन बुकिंग केवल उन्हीं यात्रियों के लिए उपलब्ध होगी जिनका IRCTC खाता आधार से लिंक और वेरिफाइड है.

OTP वेरिफिकेशन: 15 जुलाई 2025 से PRS काउंटर और एजेंट के जरिए Tatkal टिकट बुक करते समय भी आधार लिंक मोबाइल पर OTP आएगा। टिकट बुक होने के लिए OTP अनिवार्य होगा.

एजेंट पर रोक: बुकिंग विंडो खुलने के शुरुआती 30 मिनट (AC: 10.00-10.30, Non AC: 11.00-11.30 AM) तक एजेंट को Tatkal टिकट बुक करने की अनुमति नहीं होगी। इन 30 मिनट में केवल आधार-वेरिफाइड ग्राहक ही टिकट बुक कर सकेंगे.

फर्जी अकाउंट पर कार्रवाई: अब IRCTC की AI-पावर्ड प्रणाली और CDN अपग्रेड से बॉट्स और फर्जी अकाउंट को वंचित किया जाएगा। 2.5 करोड़ से ज्यादा फर्जी अकाउंट बंद किए जा चुके हैं.

आईडी और प्रोफाइल एक्टिवेशन: बिना आधार वेरिफिकेशन के नए यूजर को टटकाल बुकिंग की सुविधा चालू होने में 3 दिन लगेंगे.

बुकिंग ट्रांसपेरेंसी: अब सभी यात्रियों को टिकट और सीट समय पर मिलने में आसानी होगी क्योंकि चार्ट ट्रेन छूटने से 8 घंटे पहले बनाया जाएगा.

वेटिंग लिस्ट सीमा: AC कोच में वेटिंग लिस्ट की सीमा बढ़ाकर कुल सीटों के 60% तक कर दिया गया है.

यात्रियों को क्या करना चाहिए

अपना आधार नंबर IRCTC प्रोफाइल से लिंक करें और वेरिफिकेशन जरूर कर लें.

मोबाइल नंबर को आधार से लिंक रखें ताकि OTP आ सके.

नए यूजर होने पर कम-से-कम 3 दिन पहले रजिस्टर करें.

नए नियमों का फायदा

असली यात्रियों को एजेंट और दलालों से राहत मिलेगी।

बुकिंग प्रक्रिया अधिक तेज, सुरक्षित, और पारदर्शी होगी।

फर्जी/बॉट यूज़र को रोककर सभी को बराबर मौका मिलेगा.

निष्कर्ष

रेलवे के इन 7 बड़े बदलावों से Tatkal टिकट बुकिंग प्रणाली आम यात्रियों के लिए ज्यादा भरोसेमंद, पारदर्शी और सुरक्षित बन जाएगी। सभी यात्रियों के लिए आधार लिंकिंग जरूरी है, और एजेंटों का रोल सीमित हो गया है। रेलवे का उद्देश्य है कि टिकट प्राप्ति का मौका केवल असली, जरूरतमंद यात्रियों को मिले

Leave a Comment